Ankit's Mutual Fund Portfolio is Now Live 🚀
होम लोन लेना हर मिडिल क्लास इंसान का एक बड़ा सपना और चुनौती होता है। जब मैंने ₹45 लाख का होम लोन अप्रूव करवाने का फैसला किया, तो यह एक ऐसा सफर था जिसमें कई उतार-चढ़ाव आए। इस ब्लॉग में, मैं आपको अपनी पूरी जर्नी बताऊंगा—कैसे मैंने सही तैयारी की, कौन से दस्तावेज़ जुटाए, और किन चीज़ों का ध्यान रखा।
घर खरीदना मेरे लिए सिर्फ एक प्रॉपर्टी नहीं, बल्कि एक भावना थी। मेरे परिवार के लिए एक सुरक्षित और स्थायी जगह बनाना मेरा सबसे बड़ा लक्ष्य था। लेकिन ₹45 लाख का होम लोन एक बड़ा अमाउंट है, और इसे हासिल करना आसान नहीं था।
होम लोन के लिए क्रेडिट स्कोर सबसे अहम चीज़ होती है। मेरा क्रेडिट स्कोर अच्छा था, लेकिन मैंने इसे और बेहतर बनाने के लिए कुछ खास कदम उठाए:
सभी क्रेडिट कार्ड की बकाया राशि समय पर चुकाई।
किसी भी तरह के लोन को समय पर क्लियर किया।
अपनी क्रेडिट रिपोर्ट की गलतियों को ठीक कराया।
क्रेडिट स्कोर 750+ रखने से बैंक में मेरा इम्प्रेशन अच्छा बना।
होम लोन के लिए अप्लाई करने से पहले मैंने अपने इनकम और खर्चों का सही बजट बनाया। यह सुनिश्चित किया कि मेरी ईएमआई मेरी सैलरी के 40-50% से ज्यादा न हो।
एक महीने की सैलरी का 30% बचत के रूप में रखा।
सभी फिक्स्ड डिपॉजिट और निवेश को एक जगह लिस्ट किया।
एक इमरजेंसी फंड तैयार किया।
होम लोन के लिए सही बैंक का चुनाव सबसे अहम होता है। मैंने इन बिंदुओं पर रिसर्च की:
ब्याज दर (Interest Rate): सबसे कम ब्याज दर ऑफर करने वाले बैंक को प्राथमिकता दी।
प्रोसेसिंग फीस: कम फीस वाले बैंक को चुना।
फ्लेक्सिबल टर्म्स: मैंने ऐसा बैंक चुना जो प्री-पेमेंट और फोरक्लोज़र की सुविधा देता है।
होम लोन के लिए डाक्यूमेंट्स का सही होना बहुत जरूरी है। मैंने ये डॉक्यूमेंट्स तैयार किए:
आईडी प्रूफ: आधार कार्ड, पैन कार्ड।
एड्रेस प्रूफ: रेंट एग्रीमेंट और बिजली का बिल।
इनकम प्रूफ: सैलरी स्लिप्स, इनकम टैक्स रिटर्न।
बैंक स्टेटमेंट: पिछले 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट।
प्रॉपर्टी डॉक्यूमेंट्स: प्रॉपर्टी का रजिस्टर्ड एग्रीमेंट।
जब मैंने एप्लिकेशन सबमिट किया, तो बैंक ने निम्नलिखित चीजों पर ध्यान दिया:
मेरी इनकम स्टेबिलिटी।
मेरे पास कोई अन्य बड़ा लोन न हो।
प्रॉपर्टी की वैल्यू और लीगल क्लियरेंस।
अप्रूवल के लिए 3 सप्ताह का समय लगा। इस दौरान बैंक ने कई बार डॉक्यूमेंट्स वेरिफाई किए और साइट विजिट भी की।
जब बैंक ने ₹45 लाख का होम लोन अप्रूव होने की खबर दी, तो वह मेरे जीवन के सबसे खुशी के पलों में से एक था। मैंने तुरंत अपने परिवार को यह खबर दी।
होम लोन अप्रूव होने के बाद सबसे जरूरी है ईएमआई की प्लानिंग। मैंने इन बातों का ध्यान रखा:
ऑटो-डेबिट: ईएमआई समय पर कट जाए, इसके लिए ऑटो-डेबिट सेट किया।
अतिरिक्त भुगतान: जब भी एक्स्ट्रा पैसा होता है, मैं प्री-पेमेंट कर देता हूं।
बजट बनाना: गैर-जरूरी खर्चों को कट कर दिया।
सही क्रेडिट स्कोर रखना बेहद जरूरी है।
डॉक्यूमेंट्स में पारदर्शिता रखें।
प्रॉपर्टी की पूरी जानकारी हासिल करें।
लोन लेने के बाद डिसिप्लिन मेंटेन करना जरूरी है।
₹45 लाख का होम लोन अप्रूव कराना एक बड़ी जर्नी थी, लेकिन सही प्लानिंग, मेहनत, और धैर्य से मैंने इसे हासिल किया। अगर आप भी होम लोन लेने की सोच रहे हैं, तो मेरी सलाह है कि पहले अपनी फाइनेंशियल स्थिति को समझें और सही बैंक का चुनाव करें।
आपका यह सपना भी जरूर पूरा होगा, बस सही दिशा में कदम उठाइए।