Ankit's Mutual Fund Portfolio is Now Live 🚀
👉 जब आप ₹30,000 हर महीने 12% रिटर्न वाले फंड में निवेश करते हैं, तो पैसा सीधी रेखा (straight line) की तरह नहीं बढ़ता।
ये स्नोबॉल (बर्फ़ का गोला) की तरह होता है — जैसे-जैसे गोला बड़ा होता जाता है, वो और तेज़ी से लुढ़कता है और और भारी होता जाता है।
समय लगा: 8 साल 3 महीने
योगदान: 59% यानी ₹29.5 लाख आपके पैसे से
रिटर्न: 41% यानी ₹20.5 लाख ब्याज/लाभ से
यहाँ समीकरण पलट जाता है।
योगदान: सिर्फ़ 29% (₹14.5 लाख)
रिटर्न: 71% (₹35.5 लाख)
योगदान: सिर्फ़ 6% (₹3 लाख)
रिटर्न: 94% (₹47 लाख)
समय: बस 10 महीने 🤯
शुरुआत में पैसा धीरे-धीरे बढ़ेगा, क्योंकि ज़्यादातर हिस्सा आपकी जेब से आएगा।
जैसे-जैसे कॉर्पस (बड़ा फंड) बनता है, रिटर्न खुद-ब-खुद और तेज़ी से जुड़ते जाते हैं।
यही है असली Compounding का जादू — शुरुआत में सब्र चाहिए, बाद में पैसा खुद पैसा बनाता है।
बहुत लोग शुरुआत में धीरे-धीरे बढ़ने से हताश होकर हार मान लेते हैं, जबकि सच्चाई ये है कि आख़िर में खेल बदलता है।
📌 Final Takeaway:
जल्दी शुरू करो,
लगातार निवेश करते रहो,
और धैर्य रखो।
पहले सालों में आपका योगदान ज़्यादा दिखेगा, लेकिन बाद के सालों में returns ही राजा बन जाते हैं 👑।